नई दिल्ली. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि चार सड़क परियोजनाओं के लिए धन जुटाने को लेकर सरकार अगले महीने पूंजी बाजार का रुख करेगी. उन्होंने कहा कि यह फंड इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvIT) के जरिये जुटाया जाएगा. साथ ही खुदरा निवेशक भी इसमें 10 लाख रुपये तक का निवेश कर सकेंगे.
नितिन गडकरी उद्योग मंडल फिक्की के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, “हम चार सड़क परियोजनाओं के लिए कैपिटल मार्केट का रुख करेंगे. इसमें सात से आठ फीसदी का रिटर्न सुनिश्चित होगा.” गडकरी ने कहा कि सड़क मंत्रालय एक बार फिर बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल के तहत परियोजनाएं खोलेगा.
क्या होता है इनविट?
इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) एक म्यूचुअल फंड की तरह है, जिसके जरिए इंफ्रास्ट्रक्चर में संभावित इंडीविजुअल/ इंस्टीट्यूशनल निवेशक छोटी राशि में सीधे निवेश करके रिटर्न के तौर पर आय का छोटा हिस्सा कमा सकते हैं. InvITs म्यूचुअल फंड्स या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट की तरह काम करते हैं.
टैक्स छूट पर भी विचार
NHAI इन InvITs को रिटेल और विदेशी संस्थागत निवेशकों के लिए अधिक आकर्षक बनाने के लिए सरकार से InvITs इन्वेस्टमेंट पर टैक्स छूट देने की मांग भी कर रही है. वर्तमान टैक्स नियमों के तहत InvITs में निवेश करने वाले किसी निवेशक को खरीद के 3 साल के अंदर InvITs की यूनिट बेचने पर होने वाले मुनाफे पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन देना होता है. अगर InvITs की यूनिट 3 साल बाद बेची जाती है और गेन 1 लाख रुपये से ज्यादा होता है तो उस पर 10 फीसदी की दर से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स चुकाना होता है.
देश में ट्रांसपोर्ट इंफ्रा संबंधी अपार संभवानाएं
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने 2024 तक राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क की लंबाई को दो लाख किलोमीटर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है. देश में राष्ट्रीय राजमार्गों का नेटवर्क अप्रैल, 2014 के 91,287 किलोमीटर से बढ़कर नवंबर, 2021 में 1,40,937 किलोमीटर पर पहुंच गया है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में सड़क निर्माण, नदी संपर्क, ठोस और तरल कचरा प्रबंधन, पार्किंग प्लाजा, सिंचाई, रोपवे और केबल कार परियोजनाओं की अपार संभावनाएं हैं.
दिल्ली-मुबंई एक्स्प्रेस-वे का काम आधे से अधिक पूरा
उन्होंने कहा, “दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम करीब 70 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है. मेरा सपना मुंबई नरीमन पॉइंट के से नागरिकों को 12 घंटे में दिल्ली ले जाना है. अब हम नरीमन पॉइंट को जोड़ने का काम कर रहे हैं.’’बकौल गडकरी ने कहा, “हमें दुनियाभर में और भारत के भीतर से अच्छी तकनीक, अनुसंधान, नवाचार और सफल प्रक्रियाओं को स्वीकार करने की आवश्यकता है. हमें गुणवत्ता से समझौता किए बिना लागत कम करने के लिए वैकल्पिक माल का उपयोग करना चाहिए.” उन्होंने कहा कि स्टील की जगह ग्लास फाइबर का इस्तेमाल किया जा सकता है, अगर प्रतिस्पर्धा होगी तो दाम अपने आप नीचे आ जाएंगे.