नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का लोहा मनवाने वाले खिलाड़ियों से आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने खिलाड़ियों का अपने सरकारी आवास पर भव्य स्वागत किया। मोदी ने कहा आप लोग स्कूलों में जाएं और आज के युवा आपको रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। आपसे प्रेरित होकर आपके जैसा बनने की कोशिश करता है इसलिए आप जरूर जाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- हॉकी में हम जिस तरह अपना पुराना रुतबा हासिल कर रहे हैं वह काबिले तारीफ है। मेंस और विमेंस दोनों टीमें बधाई हैं। हमें खुशी है कि कई खेलों में मेडल जीतने के करीब थे। यह सुकून देने वाला था। बेटियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। पूजा ने सिल्वर मेडल जीतने के बाद देश से माफी मांगी और भावुक हो गईं। उनके साथ पूरा देश भावुक हुआ और सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि उन्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है।
बर्मिंघम में भारत ने 22 गोल्ड के साथ कुल 61 मेडल जीते हैं। 22 गोल्ड के अलावा भारतीय खिलाड़ियों ने 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल हुए हैं। उन्होंने बर्मिंघम में सबसे ज्यादा मेडल जीतने वाले टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल से भी बातचीत की और उनके अनुभव को जाना। उनसे फिटनेस को लेकर भी बात की। ओलिंपिक के बाद मैंने विनेश से कहा था कि निराश होने की जरूरत नहीं है। मुझे खुशी है कि विनेश ने निराशा को आशा में बदलने में सफल हुई हैं। हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। आपकी जज्बा देश की बेटियों को प्रेरित करेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि गर्व की बात है कि आपकी मेहनत और प्रेरणादायी उपलब्धि से देश आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर रहा है। पिछले कुछ हफ्तों में, राष्ट्र ने खेल के क्षेत्र में दो प्रमुख उपलब्धियां दर्ज की हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन के अलावा, देश ने पहली बार शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी की। मैंने आपसे कॉमनवेल्थ गेम्स में जाने से पहले कहा था कि आप जीतकर आओगे तो आप लोगों के साथ विजय उत्सव मानऊंगा। आप सभी को मेडल जीतने पर बधाई। आप बर्मिंघम में मुकाबला कर रहे थे, वहीं करोड़ों भारतीय रात में जागकर आपकी जीत के लिए दुआ करते थे। खेलों के प्रति दिलचस्पी बढ़ाने में आप लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।