नई दिल्ली। यूपी के नोएडा सेक्टर-93 ए स्थित ट्विन टावर को गिराने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार टावर को 28 अगस्त, रविवार को ब्लास्ट करा कर ध्वस्त कर दिया जाएगा। 32 मंजिला इस इमारत को विस्फोटक से उड़ाया जाएगा। ब्लास्ट वाले दिन आसपास के अपार्टमेंट को खाली करा लिया जाएगा, जिसकी सूचना पहले ही रेजिडेंट्स को दी जा चुकी है। 500 मीटर के दायरे के किसी भी फ्लैट में कोई नहीं रह सकता। सुबह 6 बजे तक इलाका खाली करा लिया जाएगा। इसके बाद बिजली, गैस, पानी का कनेक्शन भी बंद कर दिया जाएगा।
ध्वस्तीकरण का काम एडिफिस और साउथ अफ्रीका की जेट कंपनी देख रही हैं। इमारत को गिराने के लिए कुल 9640 होल किए गए हैं, जिनमें 3,700 किलो विस्फोटक लगाया गया है। दावा है कि 32 मंजिला ट्विन टावर 12 सेकंड में धराशाई हो जाएगा। इसके लिए तैयारी पूरी की जा चुकी है। एडिफिस ने टावर के आसपास बने घरों को आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए 100 करोड़ रुपये का बीमा कराया है। अगर ध्वस्तीकरण के दौरान किसी घर को नुकसान होता है तो इस बीमा के जरिए उसकी भरपाई की जा सकेगी।
अनुमान है कि ट्विन टावर (Noida Twin Towers News) को गिराने में करीब 17.55 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। यह खर्च ट्विन टावर को बनाने वाले सुपरटेक को ही उठाना है। टावरों को गिराने से करीब 4 हजार किलो एमिशन निकलेगा। साथ ही ध्वस्तीकरण से बहुत धूल भी फैलेगे जिससे अस्थमा और दमा के मरीजों की मुश्किल बढ़ सकती है। ट्विन टावर को गिराने वाली कंपनी का अंदाजा है कि ध्वस्तीकरण से 3 हजार ट्रक मलवा निकलेगा, जिसकी कीमत 13 करोड़ रुपये होगी। मलबे को साफ करने में करीब 3 महीने का समय लगेगा। मलबे से लगभग 4 हजार टन स्टील निकलने का अनुमान है।