Thursday, June 8, 2023
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मुंह में दिखाई देते हैं विटामिन डी की कमी के लक्षण, न करें इग्नोर

विटामिन-D आपके शरीर को स्वस्थ रहने के लिए कई आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन डी हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक वसा में घुलनशील पोषक तत्व है जो सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने पर शरीर द्वारा निर्मित होता है। सूर्य की किरणें इस पोषक तत्व की पर्याप्त मात्रा प्राप्त करने का प्राथमिक स्रोत हैं। क्योंकि विटामिन डी भोजन में सीमित मात्रा में ही मौजूद होता है।

विटामिन डी की कमी से शरीर में क्या परेशानी होती है?

इस पोषक तत्व की कमी आपके हड्डियों के स्वास्थ्य के के साथ-साथ आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बिगाड़ सकती है। फिर भी, दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोगों में इस विटामिन की कमी है। आमतौर पर, विटामिन डी की कमी का निदान ब्लड टेस्ट के माध्यम से किया जाता है। लेकिन अब शोधकर्ताओं ने विटामिन डी की कमी को ट्रैक करने का एक और आसान तरीका खोजा है, वह है अपनी जीभ का स्वयं जांच करना।

जीभ से पता करें विटामिन डी की कमी

मेयो क्लिनिक के अनुसार, लोगों में मुंह में जलन के लक्षण हैं, विटामिन और खनिजों की कमी के कारण भी हो सकती है। ऐसे में फास्टिंग ब्लड ग्लूकोज, विटामिन डी (डी2 और डी3), विटामिन बी6, जिंक, विटामिन बी1 और टीएसएच की जांच करानी चाहिए।

यह जलती हुई दर्द या गर्म सनसनी आमतौर पर होंठ या जीभ पर महसूस होती है, या मुंह में अधिक व्यापक होती है। इसके साथ ही, व्यक्ति को मुंह में सुन्नता, सूखापन और अप्रिय स्वाद का अनुभव हो सकता है। कुछ खाते समय दर्द बढ़ सकता है। स्थिति की गंभीरता एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है।

​विटामिन डी की कमी से दिखते हैं ये बदलाव

थकान और थकान
बाल झड़ना
मोटापा
जलती हुई जीभ या मुंह
कमजोर प्रतिरक्षा
मांसपेशियों में दर्द
धीमी गति से घाव भरना
मूड में उतार-चढ़ाव
चिंता और अवसाद
हड्डी में दर्द
नींद की कमी
मधुमेह
हृदय रोग
ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर

​विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग

निम्न रक्त कैल्शियम का स्तर (हाइपोकैल्सीमिया)।
निम्न रक्त फॉस्फेट स्तर (हाइपोफॉस्फेटेमिया)।
रिकेट्स (बचपन में हड्डियों का नरम होना)।
ऑस्टियोमलेशिया (वयस्कों में हड्डियों का नरम होना)।

कितनी मात्रा में जरूरी है सूरज की रोशनी

Webmd के अनुसार, विटामिन डी की पूर्ति के लिए सूरज की रोशनी की मात्रा सबके लिए अलग-अलग है। यह आपकी त्वचा की टोन, उम्र, हेल्थ हिस्ट्री, आहार और आप कहां रहते हैं, इस पर निर्भर करता है। सामान्य तौर पर, वैज्ञानिकों का मानना हैं कि 5 से 15 मिनट सामान्य स्किन कलर वाले लोगों के लिए और ज्यादा डार्क स्किन वाले लोगों के लिए 30 मिनट तक सूरज की रोशनी में रहना काफी है। यदि आप सनस्क्रीन का उपयोग करते हैं तो आप अधिक समय तक बाहर रह सकते हैं। अधिक फायदे के लिए अपने डॉक्टर से बात करें कि आपके लिए क्या सही है।

​विटामिन डी की कमी के लिए क्या खाएं

सूरज की रोशनी वास्तव में विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है। लेकिन किन्हीं वजह से आप इससे विटामिन डी की पूर्ति नहीं कर पा रहें तो डायट में कुछ आहार को शामिल करना एक अच्छा विचार हो सकता है। इसमें पालक, गोभी, भिंडी, सोयाबीन, सफेद सेम, सार्डिन और सेलमन मछली, डेयरी प्रोडक्ट आदि।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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