नई दिल्ली। रिसर्च स्कॉलर और एक्टिविस्ट सफूरा जरगर के जामिया मिलिया विवि कैंपस में एंट्री पर रोक लगा दी गयी है। जामिया मिलिया इस्लामिया ने यह बड़ी कार्रवाई की है। शोध प्रबंध जमा नहीं करने के आधार पर एमफिल प्रवेश रद्द किए जाने के कुछ दिनों बाद यह फैसला विश्वविद्यालय की ओर से लिया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि सफूरा जरगर द्वारा आयोजित विरोध और मार्च के कारण उन्हें परिसर से प्रतिबंधित गया है। यूनिवर्सिटी ने अपने आदेश में कहा कि सफूरा राजनीतिक एजेंडे के लिए विश्वविद्यालय के मंच का उपयोग कर रही हैं। आदेश में कहा गया कि यह देखा गया है कि सफूरा जरगर (पूर्व छात्र) कुछ छात्रों के साथ शांतिपूर्ण शैक्षणिक वातावरण को बिगाड़ने के लिए अप्रासंगिक और आपत्तिजनक मुद्दों के खिलाफ परिसर में आंदोलन, विरोध और मार्च आयोजित करने में शामिल रही हैं, जो ज्यादातर बाहरी हैं। वह विश्वविद्यालय के निर्दोष छात्रों को उकसा रही है और कुछ अन्य छात्रों के साथ अपने दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक एजेंडे के लिए विश्वविद्यालय के मंच का उपयोग करने की कोशिश कर रही हैं। आदेश में आगे कहा गया कि सफूरा जरगर संस्था के सामान्य कामकाज में बाधा डाल रही है। उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए सक्षम प्राधिकारी ने परिसर में शांतिपूर्ण शैक्षणिक वातावरण बनाए रखने के लिए तत्काल प्रभाव से पूर्व छात्रा सफूरा जरगर पर परिसर में प्रतिबंध को मंजूरी दी है।